वैसे बात जब बोलने के ढंग और सफलता के तालमेल
पर आती है, तो सामान्यत: इंटरव्यू का ही ध्यान
आता है अक्सर यह कहा जाता है की नॉलेज के साथ - साथ बोलने का अंदाज हे आपको सफलता की
मंजिल तक पहुंचता है| पर बेहतर बोलना न आपको सफलता दिलाता है, बल्कि आप सभ्य कहे जाते
है |
जबान से निकली बात कभी वापिस नही हो सकती
| इसलिए सोच - समझ कर ही बोलें | आप किस से बात करते है? आप किस समय बात कर रहे हैं
? आप पूछने पर उतर किस प्रकार दे रहे है? बोलने के समय आप भाषा का किस प्रकार प्रयोग
कर रहे हैं ? बोलते समय ऐसे तमाम सवालों को अपने जेहन में रखना चहिए | अन्य बातो के
अलाबा आप के व्यक्तित्व को आप के व्यवहार केसा है ये भी देखा जाता है |
कोई शक नहीं की स्पीकिंग
पॉवर से जहाँ आपकी लोकप्रियता में बढ़ोतरी होती है, वही कैरियर के निर्माण में भी इसकी
महत्वपूर्ण बोमिका है | जब जवाब देने की क्षमता आपकी बेहतर होगी , तभी आप इंटरव्यू
के दौरन पूछे गए प्रशनों के सही जवाब देने में सफल होंगे | बोलते समय शिष्टता का
ध्यान रखना भी जरूरी है | इस बात का भी ध्यान रखे अभद्र भाषा के इस्तेमाल से आपकी
लोकप्रित्यता में कमी आती है | बातचीत के दौरन कभी भे अपशब्द का प्रयोग ना करे |