Friday 27 June 2014

आम जीवन की सामान्य बातें हों या इंटरव्यू, बेहतर बातचीत करने वाले ही सफलता की और अगर्सर होते है



वैसे बात जब बोलने के ढंग और सफलता के तालमेल पर आती है, तो  सामान्यत: इंटरव्यू का ही ध्यान आता है अक्सर यह कहा जाता है की नॉलेज के साथ - साथ बोलने का अंदाज हे आपको सफलता की मंजिल तक पहुंचता है| पर बेहतर बोलना न आपको सफलता दिलाता है, बल्कि आप सभ्य कहे जाते है |

जबान से निकली बात कभी वापिस नही हो सकती | इसलिए सोच - समझ कर ही बोलें | आप किस से बात करते है? आप किस समय बात कर रहे हैं ? आप पूछने पर उतर किस प्रकार दे रहे है? बोलने के समय आप भाषा का किस प्रकार प्रयोग कर रहे हैं ? बोलते समय ऐसे तमाम सवालों को अपने जेहन में रखना चहिए | अन्य बातो के अलाबा आप के व्यक्तित्व को आप के व्यवहार केसा है ये भी देखा जाता है |



कोई शक नहीं की स्पीकिंग पॉवर से जहाँ आपकी लोकप्रियता में बढ़ोतरी होती है, वही कैरियर के निर्माण में भी इसकी महत्वपूर्ण बोमिका है | जब जवाब देने की क्षमता आपकी बेहतर होगी , तभी आप इंटरव्यू के दौरन पूछे गए प्रशनों के सही जवाब देने में सफल होंगे | बोलते समय शिष्टता का ध्यान रखना भी जरूरी है | इस बात का भी ध्यान रखे अभद्र भाषा के इस्तेमाल से आपकी लोकप्रित्यता में कमी आती है | बातचीत के दौरन कभी भे अपशब्द का प्रयोग ना करे |